Product ID: SRS44
Rs 180 INRAvailability: (1000) In Stock
Condition: New
Category: Vati
Brand: Sri Ram Samridhi pharmaceutical
Product Description: Sri Ram Samridhi अजमोद वटी अजमोद के गुण प्राय अजवाइन की तरह होते हैं। परंतु अजमोद का दाना अजवाइन से बड़ा होता है। अजमोद विटामिन ए बी और सी पोटेशियम, मैंगनीज, मैग्नीशियम, फॉस्फोरस, कैल्शियम, आयरन, सोडियम और फाइबर से भरपूर होता है। इसमें एपिजेनिन और लूटेओलिन जैसे तत्व भी पाए जाते हैं। गर्म तासीर का अजमोद श्वास, सूखी खांसी और आंतरिक शीत के लिए लाभकारी होता है।इसके अन्य स्वास्थ्य लाभ-एंटीऑक्सीडेंट-अजमोद में लूटेओलिन एंटीऑक्सीडेंट होता है। जो फ्री रेडिकल्स को शरीर से बाहर निकालने में मदद करता है। अजमोद में विटामिन ए और सी होता है ,जो आपकी आंखों और त्वचा के लिए काफी फायदेमंद होता है। आप इसे खाने में स्वाद बढ़ाने के मसाले के तौर पर इस्तेमाल कर सकते हैं। सलाद पर डाल सकते हैं या फिर जूस में मिलाकर भी पी सकते हैं।किडनी रोग में लाभकारी- अजमोद किडनी की सफाई के लिए जाना जाता है। किडनी में मौजूद व्यर्थ पदार्थों को बाहर निकाल कर यह आपको स्वस्थ रखता है। अजमोद पेट की समस्याओं को दूर रखने में मदद करता है। यह देर तक भूख का एहसास नहीं होने देता है जिससे यह वजन को काबू में रखने में मदद करता है।कमजोरी दूर करे- अगर आप कमजोरी महसूस करते हैं तो आपके लिए अजमोद का सेवन फायदेमंद हो सकता हैं। कमजोरी को दूर करने के लिए कॉफी में अजमोद की जड़ के बारीक चूर्ण को डालकर सेवन करने से लाभ मिलता है। श्वास रोगों में लाभकारी-मांसपेशियों की शिथिलता के कारण उत्पन्न श्वसन नली की सूजन और श्वास रोगों में अजमोद लाभकारी होता हैं। श्वास रोगों को दूर करने के लिए इसकी 3.6 ग्राम की मात्रा में दिन में तीन बार प्रयोग करें।दर्द और सूजन दूर करें- अजमोद से बदन दर्द कुछ ही देर में छूमंतर हो जाता है। दर्द होने पर अजमोद को सरसों के तेल में उबालकर मालिश करनी चाहिए। या फिर अजमोद की जड़ का 3.5 ग्राम चूर्ण दिन में दो-तीन बार सेवन करना किसी भी तरह के दर्द और सूजन में लाभकारी होता है।हिचकी में आराम- अगर आपको भोजन के बाद हिचकियां आती है तो अजमोद के 10.15 दाने मुंह में रखने से हिचकी बंद हो जाती है। या आप अजमोद को मुंह में रखकर उसका रस चूस लें इससे भी हिचकी से आराम मिलता है।उल्टी में लाभकारी- उल्टियां होने पर अजमोद का सेवन काफी लाभकारी होता है। अजमोद के चूर्ण का सेवन उल्टी रोकने में काफी मदद करता है। अजमोद में लौंग और शहद मिलाकर चाटने से भी उल्टी आना बंद हो जाता है।गठिया की सूजन दूर करें- अजमोद में मौजूद एंटी इंफ्लेमेटरी तत्त्व लूटेओलिन और विटामिन सी के कारण यह एंटी इंफ्लेमेटरी एजेंट की तरह काम करता है। इसलिए अगर आप इसका उपयोग नियमित रूप से करते हैं तो आप ऑस्टियोआर्थराइटिस और गठिया की सूजन से अपने आप को दूर रख सकते हैं।